लॉकडाउन में छोटे-छोटे बच्चें दादा-दादी से सुन रहे कहानियां… Jharkhand Koderma by Ravi - May 15, 2020May 15, 20200 कोडरमा। बदलते जीवनशैली के आपा-धापी में कई दस्तूर छूट गए। अपनों संग रहने की परंपरा टूट गए। गांव से शहर और शहर से महानगर एवं देश-विदेश तक टुकड़ो में परिवार बसने लगे। रोजी, रोटी और व्यवसाय के कारण परिवार के साथ एकसाथ समय व्यतित करना सपनें जैसा हो गया