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लॉकडाउन में छोटे-छोटे बच्चें दादा-दादी से सुन रहे कहानियां…

कोडरमा। बदलते जीवनशैली के आपा-धापी में कई दस्तूर छूट गए। अपनों संग रहने की परंपरा टूट गए। गांव से शहर और शहर से महानगर एवं देश-विदेश तक टुकड़ो में परिवार बसने लगे। रोजी, रोटी और व्यवसाय के कारण परिवार के साथ एकसाथ समय व्यतित करना सपनें जैसा हो गया था। शादी-विवाह या पारिवारिक कार्यक्रमो में परिवार के साथ समय बिताने का अवसर मिला करता था,इसमें भी कसक रह जाती थी। लॉकडाउन में एकल और संयुक्त परिवार अपने परिवार के सभी सदस्यों के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताने में मशगूल हो गए है।

बच्चें खूब सुन रहे किस्सा-कहानियां

लॉक डाउन में छोटे-छोटे बच्चे अपने दादा-दादी के गोद मे सर रखकर हर दिन दादा-दादी की ज़ुबानी कहानियां सुन रहें है। बच्चें घर मे रहकर घरेलू कामों के एक्टिविटी में हिस्सा ले रहे। दादा-दादी के साथ समय बिताने से बच्चों में अपने पारिवारिक परंपरा को जानने समझने का अवसर मिल रहा है। इससे दादा-दादी के साथ बच्चों का भी समय तेजी से कट रहा।

मम्मी-पापा संग बच्चें खेल रहे इंडोर गेम

लाइफ स्टाइल के बदलते दौर में बच्चे सुबह उठकर स्कूल रवाना हो जाते थे,और जब वो घर वापस आते थे तो पापा अपने काम पर चले जाते। कामकाजी मम्मी के साथ भी यही हाल होता था। बड़ी मुश्किल से मम्मी-पापा के साथ रहने या खेलने कूदने का मौका बच्चों को मिलता था। लेकिन लॉक डाउन में अब ज्यादातर घरों में मम्मी-पापा के साथ ही बच्चे इंडोर गेम खेल रहे। साथ ही पेरेंट्स अपने बच्चों के शैक्षणिक कार्य से संबधित कार्य मे सहयोग करते देखे जा रहे।

परिवार के बीच रहने का अदभुत और अविश्वसनीय अनुभव -मोदी परिवार

सीएच स्कूल रोड में रहने वाले मोदी परिवार ने लॉक डाउन में परिवार के संग समय बिताने को अविश्वसनीय बताया। उन्होंने बताया कि परिवार के सभी सदस्यों के साथ समय व्यतीत हो रहा है। पारिवारिक रिश्ते को बेहद करीब से समझने और जानने का मौका मिल रहा। खासकर बच्चों के लिए खास अनुभूति है। व्यापार लॉकडाउन में ठप है। परिवार के सभी सदस्यों के साथ मिलजुलकर कई मुद्दे पर चर्चा घर मे होती है। सामूहिक चर्चा में घर के सभी सदस्य अपने अपने विचार प्रकट करते है। इस परिवार ने बताया कि तीन पीढ़ियों वाला यह परिवार लॉकडाउन में साथ है,खुशी-मुश्किलों से मिलकर निबट रहें है। घर के दो सदस्य में दीक्षा मोदी दिल्ली में रहकर एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही, जबकि हृदया मोदी कोटा में रहकर मेडिकल की तैयारी कर रहीं है। लॉक डाउन के कारण अभी घर आई है और अपना पूरा समय परिवार के बीच की बिता रही है। परिवार में भुनेश्वर मोदी, शकुन्तला देवी,अनिल कुमार सुमन रानी, संजय कुमार,संगीता बर्णवाल, दीक्षा मोदी, हृदया मोदी, भव्या मोदी, संयुक्त मोदी आदि के नाम शामिल है।

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