घरेलू महिला सविता बर्णवाल नें लिखी कोरोना जागरूकता कविता Jharkhand Koderma by Ravi - April 15, 2020April 15, 20200 【सविता बर्णवाल-की कलम से】●●●●● कोरोना एक महामारी…….. कैसी ये महामारी आई कैसी ये बीमारी आई ठहर गयी ये दुनियां सारी ठहर गये है लोग सारे……. कैसी ये मायूसी छाई,जैसे आंधी के साथ काली घटा छाई पर है हम तैयार, अपनी सनातन परंपरा के साथ।। जो है भारत की धरोहर, करते घर बैठे सुबहो शाम निपटने को है हम तैयार,नित्य करें यज्ञ संस्कार।। पश्चिमी परंपरा छोड़,हम अपनाएं पूर्व संस्कार हम है ऋषियों के संतान,हमें करनें है प्राणायाम-प्राणायाम।। स्वच्छ्ता को अपनाएंगे,अपना देश परिवार बचाएंगे डिस्टेंसिंग को अपनाएंगे,भारत समृद्ध बनाएंगे।। ।।।सविता बर्णवाल।।।।