गरीब-मजदूर पर हो रहे ज़ुल्म के खिलाफ आवाज़ उठाइये : संजय पासवान Jharkhand Koderma by Ravi - April 20, 2020April 20, 20200 कोडरमा : लॉक डाउन का पालन करते हुए गरीब मजदूरों पर हो रहे जुल्म के खिलाफ आवाज़ उठाइये. उक्त बातें डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (डीवाईएफआई) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और झारखंड राज्य सचिव संजय पासवान ने एसएफआई झारखंड के फेसबुक पेज पर लाइव भाषण मे कहा. कोरोना संकट और मजदूरों के रोजगार पर हमले पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि कोरोना का मुकाबला लॉक डाउन को सफल बनाकर ही किया जा सकता है, लेकिन इससे पूर्व देश हित मे केन्द्र सरकार को जो तैयारी करना था, उसमे सरकार उदासीन रही. आज देश मे अमीर गरीब का फर्क और धार्मिक विभाजन साफ दिख रहा है। पैसे वालों को डीलक्स बस से उन्हें घर पहुँचाया जा रहा है। वहीं दुसरी तरफ असंगठित क्षेत्र के लाखों मजदूर जिनका रोजगार छिन गया है और वे अपना घर जाना चाहते हैं. राहत कैम्पों मे उन्हें भोजन भी सही से नहीं मिल रहा है और उनके साथ गुलामों जैसा अमानवीय व्यवहार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 39 करोड़ लोग असंगठित क्षेत्र मे काम करते हैं.12 करोड़ लोगों का रोजगार सीधे तौर पर छिन गया है. जिसमे 40 प्रतिशत दिहाड़ी और निर्माण मजदूर है. 89 प्रतिशत मजदूरों को ठेकेदार ने वेतन नहीं दिया। 50 प्रतिशत मजदूरों को एक टाईम का ही खाना मिल रहा है। दूसरी तरफ विभिन्न संस्थानों मे छटनी का दौर शुरू हो गया है, इंडियन एयरलाइंस के 200 कर्मचारियों का कॉन्ट्रैक्ट रद्द कर दिया गया, स्पाइस जेट ने 50 हजार से ज्यादा वेतन पाने वाले कर्मचारियों को छुट्टी पर जाने को कहा है. इलेक्ट्रॉनिक प्रिन्ट मिडिया मे भी बड़े पैमाने पर छटनी किया गया है. उन्होंने झारखंड सरकार से राज्य के छात्र छात्राओं जो राज्य के बाहर पढ़ने के लिए गये हैं और वे वहाँ फंसे हुए हैं उन्हें वापस लाने साथ ही प्रवासी मजदूरों को भी झारखंड मे वापस लाने का अनुरोध किया है.