निजी स्कूल संचालकों नें पासावा के बैनर तले विद्यालय बचानें के लिए किया पैदल मार्च Jharkhand Koderma by Ravi - October 23, 2019October 23, 20191 झारखंड सरकार से आरटीई नियमावली में संशोधन करने की मांग सरकारी स्कूल दो-चार कमरों में तो निजी स्कूलों के लिए मनमाना मापदंड क्यो ?-पासावा कोडरमा। प्राईवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन कोडरमा के तत्वधान में बुधवार को कोडरमा बर्णवाल धर्मशाला से कोडरमा समाहरणालय परिसर तक कोडरमा जिले के निजी विद्यालयों ने सरकार द्वारा जारी अधिसूचना व झारखंड आरटीई नियमावली 2019 के विरोध में शांतिपूर्ण तरीके से विरोध मार्च निकाला एवं प्रदर्शन किया। जिसमें कोडरमा जिला के सभी प्रखंडों सतगावां, जयनगर, चंदवारा, डोमचांच, मरकच्चो, झुमरी तिलैया नगर एवं कोडरमा के निजी विद्यालयों के हजारों संख्या में विद्यालय के संचालकों, संचालिकाओ, शिक्षक शिक्षिकाओं एवं प्राचार्यो नें हिस्सा लिया। निजी स्कूलों के संचालकों ने कहा की आरटीई नियमावली में संशोधन की मांग का केवल एक ही उद्देश है। निजी विद्यालय और उन विद्यालय में अध्ययनरत विद्यार्थीयों और वहां कार्यरत शिक्षकों शिक्षिकाओं के हित हेतु नियमावली में बदलाव लाया जाए और सरकारी विद्यालयों, सरकारी शिक्षकों से अलग न समझा जाए। सरकार द्वारा निजी विद्यालयों के प्रति दोहरी नीति नहीं अपनाई जाए। जो मापदंड व नियमावली सरकारी विद्यालय में अपनाई जाती है, वही निजी विद्यालय में भी रखी जाए। संचालकों नें कहा की आज भी झारखंड राज्य में सरकारी विद्यालय 4 से 5 कमरों में चलाई जा रही हैं, तो प्राइवेट विद्यालयों के लिए इतनी कठोर मापदंड क्यो।ं इसलिए झारखंड सरकार द्वारा जारी नियमावली में संशोधन अति आवश्यक है। इसलिए प्राईवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन झारखंड सरकार मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री, शिक्षा सचिव से आग्रह करती है कि शीघ्र ही झारखंड सरकार द्वारा जारी नियमावली में सुधार की जाए। झारखंड के गरीब से गरीब बच्चों को आरटीई द्वारा 25 प्रतिशत का लाभ पहुंचे और उन्हें भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त हो। सभी प्रखंडों के अध्यक्ष सतगावां अजय कुमार, जयनगर हीरामन मिस्त्री,नीलकंठ बर्णवाल ,मरकच्चो अनिल दास, चंदवारा रंजीत पांडे, डोमचांच जय प्रकाश मेहता, कोडरमा, आरिफ अंसारी,झुमरी तिलैया नगर मनोज साह के साथ-साथ जिला पदाधिकारियों में पासावा जिला अध्यक्ष बीएनपी वर्णवाल ने संबोधन में निजी विद्यालयों की समस्याओं से अवगत कराया। उसके बाद जिला पदाधिकारियों ने भी संबोधित किया। जिसमें जिला संरक्षक ओपी राय, सचिन तौफीक हुसैन,उपाध्यक्ष सीताराम शर्मा, उपाध्यक्ष अब्दुल रहमान, कोषाध्यक्ष अभय कुमार, मीडिया प्रभारी प्रवीण कुमार ने संबोधित किया। निजी स्कूल संचालकों की मांग 1.भूमि संबंधित मापदंड सरकारी विद्यालयों के अनुरूप किया जाए। 2.प्राइवेट स्कूलों के नाम पर एक लाख रुपए की फिक्स डिपाजिट सिक्योरिटी की अनिवार्यता को हटाया जाए! 3.मान्यता प्राप्त हेतु निरीक्षण शुल्क हटाया जाए! 4.गठित कमेटी में बदलाव लाया जाए जिसमें प्राइवेट स्कूल के पदाधिकारी को भी शामिल किया जाए और इसकी संख्या अधिक से अधिक पांच की जाए जिसमें जनप्रतिनिधियों के स्थान पर पदाधिकारियों को रखा जाए. कार्यक्रम का समापन जिला सचिव तौफीक हुसैन ने धन्यवाद ज्ञापन कर किया। निजी विद्यालयों के संचालक को संचालिकाओ एवं प्राचार्य के साथ-साथ सुनीता पांडे, अशोक सिन्हा, धर्मेंद्र सिंह, अर्जुन चौधरी, भुनेश्वर कुमार, भानु कुमार, कन्हाई यादव, बासुदेव यादव, दीपक कुमार, महेश दास, अशोक चक्रम, राजकुमार विश्वकर्मा, दिलीप बर्णवाल, सुरेश यादव, मुन्ना बर्णवाल, को विशेष रूप से कार्यक्रम को सफल कार्यक्रम को सफल बनाने में भागीदारी रही।
निजीकरण का जो सिलसिला चल रहा है पुरे भारत में इससे लगता है कि एक दिन पुरा भारत ही निजीकरण हो जायेगा जिसका कोइ mapdand नहीं होगा