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लॉक डाउन में गरीबों-असहायों के साथ मध्यमवर्ग परिवारों को भी मिले राशन -ज्योति भारती

कोडरमा। कोरोना वायरस वैश्विक महामारी का रूप लेकर भारत मे लगातार बढ़ रही है। कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन 21 दिन के बाद फिर दूसरी बार 19 दिन के लिए बढ़ा दिया गया। लिया है। इस विकट स्थिति में देश के सामने दोहरी चुनोतियो का सामना करना पड़ रहा है। एक तरह कोरोना महामारी है तो दूसरी तरफ भुखमरी बड़ी चुनौती है। इससे निपटने की प्रक्रिया में सरकार का जो भी कदम उठेगा उसका समर्थन करते हुए पूर्णरूप से सहयोग करेंगे। उक्त बातें प्रेस ब्यान जारी कर नगर पंचायत कोडरमा वार्ड नं 8 पार्षद ज्योति कुमारी भारती एवं कोडरमा नागरिक मंच सचिव महेश भारती ने संयुक्त रूप से दी। उन्होंने कहा कि लॉक डाउन के कारण जहाँ एक ओर गरीब असहाय,दिहाड़ी मजदूरों,रिक्सा,ठेला चलाने वाले को दो टाइम की भोजन की व्यवस्था में दिक्कत हो रही है,तो वही उससे ज्यादा मध्यम वर्गीय परिवार के बीच जो दिन रात मेहनत मजदूरी करके अपने व अपने बूढ़े माँ बाप बच्चों का पेट भरते थे। जिसके पास राशन कार्ड भी नही है,जिसके कारण इनलोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मध्यम वर्गीय परिवार की स्थिति हाथी का सफ़ेद दांत,खाने का कोई और दिखाने का अलग मुहाबरे को चरितार्थ कर रहा। मिडिल फैमिली के लोग समाज मे लोक लज्जा का ख्याल कर अपनी परेशानियों को भरसक छुपाने की कोशिश कर रहे, लेकिन भला भूख को कबतक छिपाया जा सकता है। आज के समय मे सबसे ज्यादा भुखमरी की स्तिथि इन्ही मध्यम वर्गीय परिवार के बीच है। इसको देखते हुए जिला प्रशासन व सरकार को कोई ठोस पहल करने की जरूरत है। ताकि उनके घर में भी लॉक डाउन के दौरान चूल्हा जल सके। बता दे कि लॉक डाउन के दौरान गरीबो असहाय लोगो को तो सरकार के साथ साथ दानवीरों के द्वारा टाइम टू टाइम किसी ना किसी रूप में भोजन की व्यवस्था हो जा पा रही है।इस बीच मध्यम वर्गीय परिवारों को कोई देखने वाला नही है जो परिवार घर का रहा ना घाट का वही दूसरी ओर उनलोगों ने कहा कि नगर पंचायत के द्वारा वैसे लोगो के लिए जिसके पास राशन कार्ड नही है जो गरीब है उनके लिए प्रत्येक वार्डो में मात्र 30 लोगो के लिए 10 -10 किलो चावल मुहैया कराया गया जो नाकाफी साबित हो रहा है।आज लॉक डाउन का पूरे महीना दिन से ऊपर हो गया उस 10 किलो सिर्फ चावल कितना दी चलेगा सोचने का विषय है।इसलिये जिला प्रशासन व सरकार के मांग करते है कि गरीब असहाय परिवारों के साथ साथ मध्यम वर्ग के परिवार जो उस लायक है उनलोगों को भी जिनके पास राशन कार्ड नही है उनको भी आधार कार्ड के आधार पर राशन मुहैया कराया जाय ताकि उनके घर भी दो टाइम चूल्हा जल सके।

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