MANOJ PANDEY हौसला…कविता के जरिये कोरोना योद्धाओं का बढ़ा रहे मनोबल Jharkhand Koderma by Ravi - April 15, 2020April 15, 20200 1.हौसला……. हम घरों मे बंद हैं वो चौराहे पर खड़ा है, शायद उसका हौसला, कोरोना से भी बड़ा है। मौसम चाहे जैसा भी हो, सर्दी, गर्मी या बरसात हो, हर परिस्थिति में वो अड़ा है, शायद उसका हौसला, कोरोना से भी बड़ा है। चाहे आतंकी से पंगा हो, संभालना देश का दंगा हो, वह एक साथ सबसे लड़ा है, शायद उसका हौसला, कोरोना से भी बड़ा है। सबकी सांसें अटक रही हैं, कई आत्माएं भटक रही हैं, सब अपने घर भाग रहे, कल की फिक्र में जाग रहे, देश का सच्चा सपूत अपने कर्तव्य पथ पर खड़ा है, शायद उसका हौसला, कोरोना से भी बड़ा है। मनोज कुमार पांडेय 2.आओ मिलकर दीया जलाएं कोरोना के अंधकार को, अपने साहस-शौर्य से मिटाएं, आओ मिलकर दीया जलाएं। जीवन पर है मौत का पहरा, संकट बादल घना है गहरा, डरा-डरा है मानव चेहरा, इन चेहरों पर खुशियां लाएं, आओ मिलकर दीया जलाएं। कोरोना अब लहर गया है, ज्ञान-विज्ञान सब ठहर गया है, कोरोना ने कहर है ढाई, बनी नहीं अभी कोई दवाई, संकट में हम न घबराएं, एक-दूजे से दूरी बढ़ाएं, आओ मिलकर दीया जलाएं।