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विपक्षी सांसदों के निलंबन पर इंडिया गठबंधन ने किया विरोध मार्च

लोकतंत्र के मंदिर में सुरक्षा चूक मामूली घटना नहीं है,यह मुद्दा देश और लोकतंत्र से जुड़ा है- INDIA

मोदी सरकार विपक्ष के सवालों से डर गई है,विपक्ष मुक्त संसद बनाने के लिए कर रही मनमानी- INDIA

कोडरमा । संसद के शीतकालीन सत्र में विपक्ष के 141 सांसदो का निलंबन का मुद्दा देशभर में गूंज रहा है। विपक्षी सांसदो के निलंबन के विरोध में इंडिया गठबंधन के आह्वान पर 22 दिसंबर को झुमरीतिलैया में “विरोध मार्च”निकाला गया। मार्च का नेतृत्व राजद जिलाध्यक्ष रामधन यादव,जेएमएम जिलाध्यक्ष वीरेंद्र पांडेय,कांग्रेस जिलाध्यक्ष भागीरथ पासवान,सीपीआई जिलामंत्री प्रकाश रजक,सीपीआई राष्ट्रीय परिषद सदस्य सह जिप सदस्य महादेव राम,सीपीएम जिला सचिव असीम सरकार,मजदूर नेता रमेश प्रजापति,माले जिला सचिव राजेन्द्र मेहता, संदीप कुमार,आप जिलाध्यक्ष दामोदर यादव ने किया।

विरोध मार्च कलामंदिर,बेलाटांड़ दुर्गामंडप से शुरू हुई,जो बाजार भ्रमण कर झंडाचौक पर सभा में तब्दील हो गई। मार्च के दौरान विपक्षी दलों के नेताओ और कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के तानाशाही रवैया के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। झंडाचौक पर आयोजित सभा की अध्यक्षता राजद जिलाध्यक्ष रामधन यादव ने की।जबकि संचालन जेएमएम जिलाध्यक्ष वीरेंद्र पांडेय ने किया।

सभा को संबोधित करते हुए बरही से कांग्रेस विधायक उमाशंकर यादव ने कहा कि विपक्षी सांसद देश की आवाज़ है, संसद से निलंबन करने से देश की आवाज़ को रोक दिया गया है। संसद में विपक्ष की आवाज़ नही आ रही, इसलिए सड़क पर जनता की आवाज गूंजेगी। उन्होंने कहा कि 2024 में इंडिया गठबंधन की सरकार बनेगी। इंडिया गठबंधन के नेताओ ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी सरकार संसद में विपक्ष की आवाज और सवालों से घबरा गई है। विपक्ष मुक्त संसद के लिए मोदी सरकार तानाशाही रवैया अपनाकर लोकतंत्र का गलाघोंट रही है। वक्ताओं ने कहा कि इतिहास में पहली बार लोकसभा के 95 और राज्यसभा के 45 सांसदो को निलंबित किया गया है। देश की संसद में सुरक्षा चूक होती है, विपक्ष पीएम मोदी की मौजूदगी में गृह मंत्री से बयान की मांग करती है। लेकिन मोदी सरकार को विपक्ष के सवालों से इसकदर डर लगा की विपक्षी सांसदो को ही निलंबन करा रही है।

लोकतंत्र के मंदिर में सुरक्षा चूक मामूली घटना नहीं है,यह मुद्दा देश और लोकतंत्र के मंदिर से जुड़ा है। विपक्ष की आवाज संसद में नही गूंजी, तो सड़को पर ही गूंजेगी। वक्ताओं ने कहा कि मोदी सरकार डरी हुई है, वो नही चाहती है की लोकतंत्र में विपक्ष सत्ता से सवाल करे। विपक्ष विहीन संसद में सरकार मनमाने तरीके से बिना बहस और चर्चा के अहम बिल पारित करने के लिए विपक्षी सांसदो को निलंबित की है। मोदी सरकार की तानाशाही रवैया या हिटलरशाही का इंडिया गठबंधन पुरजोर विरोध करती है और निलंबित सांसदो को बहाल करने की मांग करती है। सरकार विपक्ष की आवाज़ को अनसुना कर रही है,इसलिए सभी विपक्षी दल इंडिया गठबंधन के बैनर तले देशभर के हर कोने में आवाज बुलंद कर रही है। मौके पर इंडिया गठबंधन के घटक दलों के नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे।

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