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बजट से महंगाई पर नियंत्रण और रोजगार की आस,इस आम बजट पर से कई अपेक्षाएं- शालिनी

कोडरमा। कोरोना संक्रमण के चलते लंबे समय तक लॉकडाउन के कारण अर्थव्यवस्था पर खासा प्रभाव पड़ा है । शिक्षा, व्यापार, रोजगार, उद्योग सहित सभी क्षेत्र प्रभावित हुए हैं। लॉकडाउन के चलते प्रवासियों के अपने गृह क्षेत्र में पहुंचने से उनके लिए बेरोजगारी एक बड़ी समस्या है, वहीं औद्योगिक इकाइयों के संचालन में कुशल कर्मियों का टोटा है। कोडरमा जिला परिषद की प्रधान शालिनी गुप्ता ने 1 फरवरी को आने वाले आम बजट से महंगाई पर नियंत्रण और रोजगार की आस जतायी है। उन्होंने कहा कि कोरोना रोधी वैक्सीन आने के बावजूद अभी न तो औद्योगिक इकाइयों को पुरानी रफ्तार मिल सकी है और ना ही प्रवासियों को रोजगार उपलब्ध हो पाया है। घरेलू वस्तुएं भी महंगी हो रही है। उत्पादन क्षमता घटने के कारण बढी महंगाई , कोरोना महामारी के दौरान वस्तुओं की मांग में कमी आने के कारण, उद्योग कंपनियों को अपनी उत्पादन क्षमता कम करनी पड़ी। इस दौरान निजी कंपनियों ने कर्मचारियों की छटनी भी की। परिणाम स्वरूप बेरोजगारी बढ़ गई और लोग निराश होने लगे हैं। लोगों को अपेक्षाएं है कि आने वाला बजट में उन्हें रोजगार मिलेगा। साथ ही वस्तुओं के दाम में कमी आएगी। गृहणियों को रोशनी, गैस सिलेंडर के दामों में कमी की आस है। उन्होंने यह भी कहा कि निम्न आय वर्ग, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग, पिछड़ा वर्ग और मध्यवर्गीय व्यक्तियों की जरूरत और आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर बजट में प्रावधान किए जाए। आम जनों को भी सरकार की ओर से बजट में किए प्रावधान के क्रियान्वयन करनी होगी। आम बजट में वित्त मंत्री को अभ्रकांचल और कोयलांचल क्षेत्र में भी विशेष ध्यान देने की जरूरत है। इसके अलावा नई दिल्ली हावड़ा ग्रेंड कोर्ड सेक्शन लाइन के अंतर्गत कोडरमा गिरिडीह मधुपुर, कोडरमा हजारीबाग टाउन बरकाकाना, एक्सप्रेस ट्रेन चलाने को स्वीकृति के साथ रेल लाइन का दोहरीकरण करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि कोडरमा रांची रेल लाइन, कोडरमा तिलैया राजगीर रेल लाइन के अंतर्गत पूर्व के बजट में कोडरमा के रास्ते हावड़ा के लिए ट्रेन चलाने की स्वीकृति मिली है, उसे भी चालू करने की जरूरत है।

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