कर्मचारी, मजदूर, किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ कर्मचारी महासंघ ने किया विरोध प्रदर्शन Crime Jharkhand Koderma by Ravi - September 29, 2020September 29, 20200 श्रम कानूनों में संशोधन, कॉरपोरेट परस्त कृषि कानून व निजीकरण के खिलाफ तथा पुरानी पेंशन योजना लागू करने, अनुबंध मानदेय, आऊटसोर्सिंग व्यस्था समाप्त कर स्थाई नियोजन की व्यवस्था समाप्त कर स्थाई करने सहित अन्य मांगों को लेकर अखिल भारतीय राज्य कर्मचारी महासंघ के आहवान पर अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ जिला इकाई के द्वारा कोडरमा प्रखंड मुख्यालय पर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया गया और जनविरोधी नीतियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई. कर्मचारी महासंघ के जिला संयुक्त सचिव दिनेश रविदास की अध्यक्षता में हुई सभा को संबोधित करते हुए सीटू राज्य कमिटी सदस्य संजय पासवान ने कहा कि देश के निर्माण में लगे करोड़ो मजदूर कर्मचारी, निजी क्षेत्र के कर्मी, सरकारी क्षेत्र के मानदेय कर्मी को रोजगार छीना जा रहा है. सरकारी कर्मी को जबरन रिटायर किया जा रहा है. रिक्त पदों को समाप्त किया जा रहा है. देश अन्नदाता किसान भाइयों को राहत देने के बजाय उनकी जिंदगी को कॉरपोरेट बिचोलियों के हांथो गिरवी रखा जा रहा है, श्रम कानूनों में संशोधन कर मजदूरों का अधिकार छीना जा रहा है. इसके खिलफ संघर्ष को और तेज करना होगा. कर्मचारी महासंघ के जिला मंत्री शशि कुमार पांडेय ने कहा कि कर्मचारियों की मांगो को नजरअंदाज कर केन्द्र सरकार लगातार कर्मचारी मजदूर व जनविरोधी नीतियों को लागू किया जा रहा है. कोरोना काल में भी डॉक्टर स्वास्थ्य कर्मी, आंगनबाड़ी सेविका, सहिया लगातार काम कर रहे हैं, लेकिन उन्हें सुविधा नहीं दिया जा रहा है. देश के हजारों कर्मियों ने पी एम केयर फंड में योगदान दिया लेकिन सरकार उनके बारे में नहीं सोच रही हैं. विरोध प्रदर्शन में शशि कुमार पाण्डेय, दिनेश रविदास, गिरधारी प्रसाद, निरंजन कुमार, मीरा देवी, वर्षा रानी, मंटूकांत, पप्पु कुमार यादव, रूपा पहाड़िया, राजू राम, अर्जुन राय, अनमोल कुजूर, रश्मि रंजन, मनीष कुमार, रामबली राम, रीना, दीपा, संध्या, पूनम, रामदुलारी, आशा, कांति, किरण, गायत्री, रानी, रश्मी, संगीता सहित बड़ी संख्या में कर्मचारी आंगनबाड़ी सेविका उपस्थित थे.