धोबी महासंघ का जिलास्तरीय वनभोज सह गोष्टी,मृत्युभोज और दहेजप्रथा पर रोक लगाने पर विचार-विमर्श Jharkhand Koderma Koderma live by Ravi - January 17, 2021January 17, 20210 डोमचांच। डोमचांच प्रखंड के पतंगों जंगल में रविवार को अखिल भारतीय धोबी महासंघ कोडरमा ने जिला स्तरीय वन भोज एवं मिलन समारोह का आयोजन किया। वन भोज कार्यक्रम के दौरान बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर एवं संत गाडगे के चित्र पर माला अर्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित किया गया। वन भोज कार्यक्रम के दौरान गोष्ठी की गई। गोष्ठी की अध्यक्षता अखिल भारतीय धोबी महासंघ के जिलाध्यक्ष एम चंद्रा ने किया,जबकि संचालन दुर्गा प्रसाद राम ने किया। गोष्ठी को संबोधित करते हुए कोडरमा प्रखंड अध्यक्ष प्रकाश रजक ने कहा कि मकर सक्रांति के बाद साल परिवर्तन होता है। नया साल में समाज को जोश खरोश के साथ काम करने की आवश्यकता पर जोर दिया।उन्होंने कहा कि बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने नारा दिया था शिक्षित बनो,संगठित रहो और संघर्ष करो। इसलिए समाज को शिक्षित के साथ-साथ संगठित एवं संघर्ष करने की आवश्यकता है। गोष्ठी को संबोधित करते हुए मनोज रजक ने कहा कि समाज में जब तक अंधविश्वास नहीं खत्म होगा, तब तक समाज आगे नहीं बढ़ पाएगा। गोष्ठी को संबोधित करते हुए वासुदेव धोबी ने कहा कि समाज को संगठित करने के लिए गांव-गांव में महिला-पुरुष एवं नौजवानों को जागरूक किया जाएगा। गोष्ठी को संबोधित करते हुए महेश रजक ने कहा कि इस तरह का वन भोज करने से परंपरा और संस्कृति के साथ साथ सामूहिकता का विकास होता है। गोष्ठी को संबोधित करते हुए जिला सचिव खगेंद्र राम एवं जिलाध्यक्ष एवं चंद्रा ने कहा कि समाज में दहेज प्रथा एवं मृत्यु भोज पर प्रतिबंध लगाने पर बहुत जल्द बैठक कर निर्णय लिया जाएगा। दहेज प्रथा के कारण गरीब की बेटियां उच्च शिक्षा ग्रहण नहीं कर पाती है एवं मृत्यु भोज के कारण समाज के लोग दिन प्रतिदिन कमजोर होते चले जाते हैं। जिसके चलते अपने घर की उन्नति नहीं कर पाते हैं एवं अपने बाल बच्चों को उच्च शिक्षा नहीं दिला पाते हैं। इसलिए वन भोज कार्यक्रम के दौरान संकल्प लिया गया कि बहुत जल्द जिला स्तरीय मीटिंग कर दहेज प्रथा एवं मृत्यु भोज पर विचार विमर्श किया जाएगा। गोष्ठी को डोमचांच प्रखंड अध्यक्ष अमर कुमार, जयनगर प्रखंड अध्यक्ष जनक देवराम, कैलाश राम, जिला उपाध्यक्ष अंगलाल राम,अमित रजक, राजू रजक, वीरेंद्र रजक, संतोष रजक, नरेश रजक, अर्जुन राम,सूरज देव राम, राजूराम मोहन राम, संजय रजक, रवि रजक, सूरज देव कुमार, जितेंद्र रजक, सेवानिवृत्त अंचल निरीक्षक चंद्र किशोर,कामेश्वर राम, पवन रजक,अशोक रजक, सिकंदर कुमार आदि सैकड़ों लोग मौजूद थे।