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लॉकडाउन में मानवता की अनोखी मिसाल,थैलीसीमिया पीड़ित दिपांशु को आरिफ़ ने दिया अपना खून

कोडरमा।। लॉकडाउन में लोग घरों में है। ऐसे में बीमार लोगों की समस्या बढ़ गयी है। लेकिन इस stay home-save life के बीच मानवता की अदभुत संयोग देखने को मिला। कोडरमा जिले के गझण्डी में 4 साल का मासूम दिपांशु थैलीसीमिया रोग से ग्रसित है। थैलीसीमिया मरीज को हर महीने खून चढ़ाना पड़ता है। गझण्डी के विक्की कुमार के पुत्र 4 वर्षीय दिपांशु को हर महीने ब्लड बैंक के जरिये खून उपलब्ध हो जाया करता था। जन्म के 4 महीने बाद से ही मासूम दिपांशु थैलीसीमिया से जंग लड़ रहा है। लेकिन अभी कोरोना संक्रमण को लेकर लॉकडाउन है। ऐसे में घर से सदर अस्पताल का सफर संक्रमण के नजरिये से काफी चुनौतीपूर्ण था। ऐसे हालात में मासूम दिपांशु को तिलैया लाना या सदर अस्पताल ले जाना ठीक नही लगा। मासूम को तिलैया और सदर अस्पताल ले जाने के लिए चल रहे पेसोपेश के बीच कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन कार्यकर्ता आरिफ़ अंसारी नें मासूम के पिता को अपना ब्लड देने की इच्छा जताई।

जिसके बाद तिलैया आकर ब्लड सैम्पल जांच कराया गया। जिसमे मासूम दिपांशु और आरिफ का ब्लड ग्रूप मैच कर गया। आरिफ ने मासूम दिपांशु के घर पर ही डॉक्टर की निगरानी में ब्लड दिया। लॉकडाउन की विषम परिस्थिति में आरिफ़ ने 4 साल के बच्चे को ब्लड डोनेट कर मानवता की अदभुत मिसाल पेश किया है। सलाम है ऐसे लोगों पर जिन्होंने लॉकडाउन में भी अपना खून दान करने के लिए आगे बढ़ समाज को प्रेरित कर रहे।

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