लखीमपुर खीरी के शहीद किसानों की याद मे श्रद्धांजलि सभा का हुआ आयोजन Jharkhand Koderma Koderma live by Ravi - October 12, 2021October 12, 20210 झुमरीतिलैया – लखीमपुर खीरी हत्याकांड के शहीदों की अंतिम अरदास लखीमपुर खीरी किसान नरसंहार के चार शहीद किसानों नक्षतर सिंह, लवप्रीत सिंह, गुरविंदर सिंह, दलजीत सिंह एवं स्थानीय पत्रकार रमन कश्यप की याद मे संयुक्त किसान संघर्ष मोर्चा के बैनर तले वीर कुंवर सिंह पार्क मे श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया किया गया। जहाँ सर्वप्रथम शहीदों के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर दो मिनट का मौन रखा गया और लखीमपुर के शहीदों को लाल सलाम अमर रहे आदि नारे लगाए जा रहे थे। इस अवसर पर उदय द्विवेदी की अध्यक्षता में हुई सभा को सी पी एम नेता संजय पासवान, असीम सरकार, सी पी आई नेता और जिप सदस्य महादेव राम, जिला मंत्री प्रकाश रजक, महेश प्रसाद सिंह, बिरेंद्र यादव, पुरुषोत्तम यादव, अर्जुन यादव, बसपा नेता प्रकाश अंबेडकर, वामपंथी नेता चरंजीत सिंह, मजदूर नेता प्रेम प्रकाश, कांग्रेस नेता तुलसी मोदी एवं सिख समुदाय से यशपाल सिंह गोल्डन ने संबोधित किया। वक्ताओ ने कहा कि भाजपा और मोदी सरकार अभी भी हत्यारे का बचाव कर रहे हैं, इस रुख की पुष्टि करते हैं कि किसान आंदोलन को कमजोर करने और नष्ट करने के लिए सांप्रदायिक राजनीति और हिंसा को लाया जा रहा है। गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी को अभी तक बर्खास्त नहीं किया जाना मोदी सरकार की ओर से शर्म की बात है। लखीमपुर खीरी की घटनाओं के बाद अजय मिश्रा टेनी के पहले के आपराधिक मामलों का इतिहास लोगों की नजरों में आ गया है, यह स्पष्ट है कि लखीमपुर खीरी हत्याकांड में भी उनकी भूमिका थी। उन्हीं के वाहन उस काफिले में थे जिसने निर्दोष लोगों को कुचल कर मार डाला। तराई क्षेत्र के अल्पसंख्यक सिखों के खिलाफ 25 सितंबर को दिए गए उनके भाषण से यह स्पष्ट होता है कि अजय मिश्रा टेनी ने दुश्मनी, घृणा और द्वेष को बढ़ावा देने की कोशिश की थी। उनका भाषण डराने-धमकाने वाला था, वो भी एक जनसभा में जहां वे गर्व से अपने आपराधिक इतिहास का भी जिक्र कर रहे थे। इस आधार पर अब तक कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए थी, जिससे लखीमपुर खीरी हत्याकांड के पूरे प्रकरण को रोका जा सकता था। नरेंद्र मोदी की सरकार के अहंकार के कारण किसानों के आंदोलन को अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखना पड़ रहा है, जिसके पिछले साल लाखों किसानों के पहली बार दिल्ली की सीमाओं पर पहुंचे ग्यारह महीने हो चुके हैं। किसान मोर्चा की मांग है कि लखीमपुर खीरी हत्याकांड के दोषियों को फांसी दी जाय, पीड़ित परिवार को 1 -1 करोड़ मुआवजा दी जाय और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी को मंत्रिमंडल से अविलंब बर्खाश्त किया जाय। श्रद्धांजलि सभा में शंभु पासवान, रविन्द्र भारती, अशोक रजक, सहदेव दास, नवल किशोर प्रसाद सहित दर्जनों लोग उपस्थित थे।