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शराब की मिनी फैक्टरी का भंडाफोड़,भाड़े के मकान में बन रही थी बड़े ब्रांड की शराब, बिहार के सीमावर्ती जिलों में होती थी डिलेवरी

दो गिरफ्तार,सरगना फरार, कार और स्कूटी समेत कई ब्रांड के खाली बोतल व उत्पाद विभाग का स्टिकर लेवल बरामद

कोडरमा।

शराब के अवैध कारोबार से लाखों करोड़ों रुपये कमाने वालों के लिए पिछले कई सालों से कोडरमा हॉट प्लेस बन कर उभरी है। कोडरमा का नाम शराब के अवैध कारोबार के साथ सालों से जुड़ा है। बिहार में शराबबंदी के बाद कोडरमा के रास्ते शराब की खेप बिहार पहुंचाई जाती रही है। शराब ले जाने के मामले में पुलिस को कई बार सफलता भी मिली है। उसके बाबजूद अवैध शराब की कारोबार में कोई कमी नजर नही आ रही है। तिलैया पुलिस ने गांधी स्कूल रोड स्थित एक मकान में जब छापेमारी करने पहुंची तो, पुलिस के भी होश उड़ गए। इस मकान के भीतर अरुणांचल प्रदेश में बेची जानी वाली शराब से बड़े ब्रांड के कीमती शराब की बोतले बनाई जा रही थी। पुलिस ने उक्त स्थल से भारी मात्रा में विभिन्न बड़े ब्रांड के खाली बोतल बरामद किया है। इन खाली बोतलों में मिलावट कर शराब बनाई जा रही थी और उसे हूबहू ओरिजनल जैसा रूप देकर बेचा जाता था।यहां से तैयार शराब बिहार के सीमावर्ती जिलों में भेजा जाता है। पुलिस ने दो लोगों को गिफ्तार किया है, लेकिन मुख्य सरगना अब भी गिरफ्तारी से बाहर है। मामले को लेकर तिलैया थाना में एसडीपीओ राजेन्द्र प्रसाद ने प्रेस वार्ता कर जानकारी थी। प्रेस वार्ता में थाना प्रभारी अजय कुमार सिंह,एसआई शशिकांत कुमार समेत कई पुलिस कर्मी मौजूद थे।

कैसे बनाते थे लो लेवल से हाई लेवल ब्रांड की शराब

अरुणांचल प्रदेश में बेची जाने ₹160 वाली शराब ,सोडा पानी और बड़े ब्रांड की शराब की कॉकटेल की जाती थी। कॉकटेल हो जाने के बाद जिस ओरिजनल ब्रांड के साथ मिलावट की जाती थी, उसके बोतल में डाल दिया जाता था। फिर उसे ऑरिजनल दिखाने के लिए पैकिंग किया जाता था। शराब की बोतल के कॉर्क ढक्कन में झारखण्ड सरकार के उत्पाद विभाग का स्टिकर लेवल चिपकाया जाता था। जिसके बाद बोतल में भरी शराब असली है या नकली पता करना मुश्किल हो जाती थी। शराब के शौकीनों को बड़े ब्रांड पर इतना भरोशा होता है कि वे ब्रांड पर भरोशा कर कॉकटेल शराब गटक कर जाते थे।

मामले में दो गिरफ्तार, दो सरगना फरार

मिनी फैक्टरी जहां संचालित हो रही थी, वो तिलैया थाना से महज आधा-एक किलोमीटर की दूरी पर है। पुलिस ने छापेमारी के दौरान उस मकान में मौजूद दो लोगों को गिरफ्तार किया है। उनमें कुंदन कुमार(18 वर्ष)पिता अजय सिंह, कुशियाल बिगहा, थाना नारदीगंज, नवादा और संतोष कुमार, उम्र 20 वर्ष, पिता छोटे सिंह, मीरपुर, थाना-वेन, जिला नालन्दा का रहने वाला है। जबकि शराब कॉकटेल का मुख्य सरगना राहुल कुमार और विक्की कुमार बताया जाता है। जिसकी गिरफ्तारी को लेकर पुलिस छापेमारी में जुटी है।

पुलिस ने इन सामानों को किया जप्त

छापेमारी करने गयी पुलिस की टीम में मिनी शराब की फैक्ट्री से किंग्स गोल्ड स्पेशल शराब की 103 भरा बोतल,सोडा पानी 17 बोतल,विभिन्न ब्रांड के 240 पीस खाली बोतल,विभिन्न ब्रांड के कॉर्क थक्कन 373 पीस, उत्पाद विभाग का स्टिकर 15 सीट, विभिन्न उत्पाद के बोतल कार्टून-49 पीस, छोटा गैस सिलेंडर-स्टोव-1,ब्लेंडर प्राइड का बोतल लेबल 409 पीस, बैंक खाता-1,यूपी-32 सीई-8386 टोयटा, इनोवा, बीआर 21 वाई-7510 स्कूटी को पुलिस ने जप्त किया है।

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