किसान जागरण जत्था चौथे दिन भी जारी,नगरपरिषद क्षेत्र के विभिन्न वार्डो में हुई नुक्कड़ सभा Jharkhand Koderma Koderma live by Ravi - January 10, 2021January 10, 20210 अन्नदाता 42 दिन से आंदोलन कर रहा, ये मोदी सरकार के लिए कलंक है – केएसएस कोडरमा। केंद्र सरकार द्वारा 3 कृषि कानून बनाने के खिलाफ किसान संगठनों का आंदोलन देश भर में जारी है। दिल्ली बॉर्डर पर किसान जमे है और कृषि कानून को वापस लेने की मांग पर अड़े है। कोडरमा में भी किसान संघर्ष समिति के बैनर तले किसान जागरण जत्था घूम-घूम कर किसानों व आम लोगो को जागरूक कर रहा। साथ ही किसान आंदोलन को समर्थन करने की अपील कर रही। रविवार को किसान जागरण जत्था चौथे दिन झुमरीतिलैया के विभिन्न वार्डो में पहुंची। विभिन्न चौक-चौराहों पर किसान कानून से होने वाले नुकसान को सभा के माध्यम से लोगो को बताया। देर शाम कला मंदिर के समीप सभा आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता भाकपा माले नेता विनोद पांडेय ने किया। सभा को जिप सदस्य महादेव राम, सिविल सोसाइटी के संयोजक उदय दृवेदी,आप के दामोदर यादव, बसपा के प्रकाश अंबेडकर, सीपीआई जिला मंत्री प्रकाश रजक,माले के राजेन्द्र मेहता,मो जालिम, वीरेंद्र यादव ने संबोधित करते हुए कहा कि किसान कानून किसानों के हित के साथ आम जनता के हितों के साथ जुड़ा मसला है। इस कृषि कानून से अर्थव्यवस्था की रीढ़ टूट जाएगी। केवल कृषि ऐसा क्षेत्र है, जिसमे निजीकरण नही था। लेकिन अब इस कानून से निजीकरण का रास्ता खुल जायेगा। किसानों को अपनी फसल का दाम नही मिलेगा। कॉरपोरेट किसानी होगी,जिसमें किसान की जमीन पर मुनाफ़े के लिए खेती करवाई जाएगी। जनता को आनेवाले दिनों में खेत की फसल से 200 प्रतिशत ज्यादा दाम चुकाने होंगे। वक्ताओं ने कहा कि किसान डेढ़ महीने से डटे है। देश का अन्नदाता 42 दिन से आंदोलन कर रहा, ये मोदी सरकार के लिए कलंक है।