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JBKSS कोडरमा में बदलाव को लेकर तैयार,झारखंडी हित के लिए लड़ेंगे- संजय

स्थानीय, नियोजन नीति की माँग में कोडरमा का मिला अपार साथ : जेबीकेएसएस

जेबीकेएसएस कोडरमा इकाई के द्वारा एक प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया गया। झुमरीतिलैया ब्लॉक मैदान के समीप साहू भवन में आयोजित प्रेस कांफ्रेस में केंद्रीय समिति से संजय मेहता और राजदेश रतन पहुँचे।वक्ताओं ने प्रेस कांफ्रेस में कहा कि कोडरमा में आयोजित बदलाव संकल्प महासभा सफल रही। हम जेबीकेएसएस की तरफ से कोडरमा की जनता, मीडिया, प्रशासन और सभी बुद्धिजीवियों के प्रति आभार प्रकट करते हैं। संजय मेहता ने कहा कि उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल के मुख्यालय हज़ारीबाग में भी पिछले दिनों 16 जुलाई को बदलाव संकल्प सभा सफल हुई थी। हमें लगातार जोरदार समर्थन प्राप्त हो रहा है। अभ्रख नगरी ने भी जेबीकेएसएस को अपार समर्थन दिया है। कोडरमा भी बदलाव को लेकर तैयार है।इसके बाद जेबीकेएसएस के द्वारा चतरा में भी 27 अगस्त को बदलाव संकल्प सभा का आयोजन किया जाएगा। साथ ही 11 सितंबर को चरही में भी बदलाव संकल्प सभा का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने एक सवाल के जबाब में कहा कि आंदोलन को हर वर्ग का समर्थन मिल रहा। झारखण्ड में बसने वाले दूसरे राज्य के लोग अस्थायी निवासी है, उन्हें अपने स्थायी निवासी राज्य में हक़ मांगना चाहिए। झारखंड में झारखंडियों को हक़ मिलना चाहिए। झारखण्ड में अस्थायी रूप से रहनेवालो से कोई दिक्कत नही है, झारखंडी हित का केवल अतिक्रमण ना हो,इसकी बात jbkss करती है।

स्थानीय नीति, नियोजन नीति, ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण, झारखंड की नियुक्तियों में झारखंडियों को प्राथमिकता आदि विषयों पर हमारा आंदोलन लगातार झारखंड के कोने कोने तक जारी रहेगा। हम कोडरमा के आम जनमानस से सहयोग की अपेक्षा रखते हैं।

केंद्रीय समिति सदस्य राजदेश रतन ने इस प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से कहा कि हम सरकार को यह संदेश देना चाहते हैं कि आंदोलन के दौरान जितने भी फर्जी मुकदमे दर्ज हुए हैं उसे सरकार वापस ले।

झारखंड की स्थानीय नीति, नियोजन नीति, झारखंड की नियुक्तियों में झारखंडियों को प्राथमिकता। तृतीय और चतुर्थ वर्ग में झारखंडियों को प्राथमिकता। खतियान आधारित स्थानीय नीति झारखंडियों की मांग है और इसे सरकार को लागू करना चाहिए।

कोडरमा खनन उद्योग, पत्थर और ढिबरा को विधिक तौर सुलभ बनाया जाए। यहाँ की अर्थव्यवस्था खनन उद्योग से संचालित होती है ऐसे में सरकार को इसका कानूनी रास्ता निकालना होगा।

जमीनों के म्यूटेशन में अंचल स्तर पर जारी करप्शन एवं बालू खनन को नीतिगत स्तर पर सुलभ बनाये जाने की जरूरत है। कालाबाजारी सरकार खुद करवा रही है। ऐसे में इन विषयों पर गंभीर चिंतन की जरूरत है।

कारोबार प्रभावित होने से पलायन बढ़ा है। इसे सरकार को रोकना चाहिए। बदलाव संकल्प सभा के आयोजन समिति के जिला अध्यक्ष प्रेम नायक ने कहा कि कोडरमा में स्थानीय, नियोजन नीति का आंदोलन और तेज किया जाएगा।

जिला सचिव सुधीर कुमार राम ने कहा कि झुमरी तिलैया नगर परिषद क्षेत्र में जिन फुटपाथ ठेला, आदि वाले लोगों को हटाया गया है उनके लिए वैकल्पिक रास्ता निकाला जाए। बाजार समिति के प्रबंधन एवं प्रशासनिक पदाधिकारी के सांठगांठ से राजू यादव फल विक्रेता को मंडी हटा से दिया गया एवं बाहरी तत्व को प्राथमिकता दिया जा रहा है। हम इसका विरोध करते हैं।

जिला उपाध्यक्ष श्री राज मेहता ने कहा कि वार्ड नं0 दो में कचरा डंपिग की जो समस्या है उसे दूसरे जगह स्थानांतरित किया जाए। झारखंड का अस्तित्व खतरे में है। इसे मिलकर बचाना है।

जिला उपाध्यक्ष अजय राणा ने कहा कि करियाँवां में बिना भूमि अधिग्रहण के लोगों के जमीनों पर काम किया जा रहा है जिसे स्वीकार नहीं किया जा सकता। धारा 353 के तहत फर्जी मुकदमा दर्ज किया गया है। इसे सरकार खत्म करे।

जिला सह सचिव डॉ राजेश ने कहा कोडरमा जिले में पत्थर कारोबार में नया लीज नहीं दिया जा रहा है और न ही नवीनीकरण किया जा रहा है। इसपर सरकार निर्णय ले।

जिला कोषाध्यक्ष पिंटू कुमार सिंह ने कहा कि संगठन को लेकर लगातार गतिविधि चल रही है। हमलोग आंदोलन को बड़ा करेंगे।

सक्रिय सदस्य राजेन्द्र कुमार राणा ने कहा कि हमलोग आंदोलन को घर तक लेकर जाएंगे।

विक्की मेहता ने कहा कि हमलोग संगठन के विचार को आगे बढ़ाएंगे।

कोडरमा कार्यक्रम को सफल बनाने को लेकर सभी साथियों के प्रति आभार प्रकट किया गया।

विक्की मेहता, नवीन चंद्रवंशी, श्री कांत सर, आकाश सर, पिंटू सर, सुरेंद्र सर, सुनील वर्मा, करण रवानी, नरेश महतो, राजेश महतो, मानीष यादव, रमेश यादव, विकास मिर्धा, सुधाकर यादव, मुकेश शर्मा, वीरेंद्र यादव, संटू साव, सुनील कुशवाहा, बद्री पासवान, आबिद अली, मो0 रजा आदि साथियों के प्रति आभार प्रकट किया गया।

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