Dr.KAFEEL KHAN की रिहाई के लिए DYFI ने किया प्रदर्शन Jharkhand Koderma Koderma live by Ravi - July 26, 2020July 26, 20200 कोडरमा – गोरखपुर बीआरडी मेडिकल कॉलेज के शिशु चिकित्सक डॉ. कफ़ील ख़ान पिछले कई महीनो से जेल में बंद हैं। उनकी रिहाई की मांग को लेकर रविवार को डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (डीवाईएफआई) ने देशव्यापी विरोध दिवस पर अम्बेडकर पार्क मे प्रदर्शन किया। इस अवसर पर डीवाईएफआई के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और राज्य सचिव संजय पासवान ने कहा कि सरकार की नीतियों का विरोध करने के कारण डॉ. कफ़ील पर रासुका लगाकर जेल में बंद कर देना योगी सरकार का फ़ासीवादी कदम है। अभी संकट की घड़ी में वे बाहर होते तो कोरोना वारियर्स के रूप मे काम आते। उन्होंने कहा कि 2017 वाली घटना में सरकार ने उलटे डॉ. कफ़ील को ही बच्चों की मृत्यु के लिए जिम्मेवार ठहराकर जेल भेज दिया था। खुद सरकार द्वारा गठित जांच दल ने 2 साल बाद सितम्बर 2019 में उन्हें दोषमुक्त घोषित कर दिया। बाढ़ और पटना मे जलजमाव के समय भी डॉ. कफ़ील ने कैंप लगाकर पटना सहित कई जगहों पर लोगों का इलाज किया था। ऐसे समाजसेवी चिकित्सक को राजनीतिक पूर्वाग्रहों से ग्रसित होकर यूपी की सरकार जेल में सड़ाकर मार देना चाहती है। जब चमकी बुखार से मुजफ्फरपुर में हाहाकार मचा हुआ था, उन्होंने यहां कैम्प लगाकर बच्चों का इलाज किया. केरल मे भी निपाह वायरस फैलने के समय भी उनका योगदान सराहनीय रहा. ये देश का दुर्भाग्य है कि एक तरफ तो सरकार डॉक्टर को देश की धरोहर कहती हैं और दूसरी तरफ कोई डॉक्टर सवाल करता है तो उसे देश के लिए खतरा बताकर जेल में डाल देते हैं। सरकार की नीतियों की आलोचना के लिए वरवरा राव, आनंद तेलतुंबडे, मानवाधिकार कार्यकर्ता सुधा भारद्वाज, गौतम नवलखा आदि प्रगतिशील लोगों को जेल मे कैद किए हुए है. डीवाईएफआई काफिल खान सहित सभी प्रगतिशील लोगों को तुरंत रिहाई की मांग करता है. विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व डीवाईएफआई के जिलाध्यक्ष परमेश्वर यादव, जिला सचिव सुरेन्द्र राम ने किया. इनके अलावा रामप्रसाद दास,अजय स्वर्णकार, शिवपुजन पासवान, विजय पासवान, अजय कुमार, सहदेव यादव, भगवान रजक भी शामिल थे.