You are here
Home > Jharkhand > डीवीसी कामगार यूनियन ने 15 सूत्री मांगों को लेकर किया हड़ताल, डीवीसी प्रबन्धन से वार्ता के बाद माने हड़ताली

डीवीसी कामगार यूनियन ने 15 सूत्री मांगों को लेकर किया हड़ताल, डीवीसी प्रबन्धन से वार्ता के बाद माने हड़ताली

ktps

कोडरमा थर्मल पॉवर स्टेशन,बांझेडीह के मुख्य द्वार के सामने डीवीसी कामगार यूनियन ने 15 सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल किया. गेट नंबर 1 के सामने हड़ताली मजदूरों ने अपनी मांगों को लेकर नारे बुलंद किया और डीवीसी को मजदूर हित में अविलंब निर्णय लेने की फरियाद किया. हड़ताल का नेतृत्व जिला परिषद सदस्य सह सीपीआई नेता महादेव राम और सीपीआई जिला मंत्री प्रकाश रजक के अलावे कामगार यूनियन के मजदूर नेताओ ने की. इन नेताओं ने केटीपीएस मुख्य द्वार के सामने सभा को संबोधित किया और मजदूर एकता पर जोर दिया. हड़ताल कर रहे यूनियन की मुख्य मांगो में समान कार्य की समान वेतन, सामाजिक सुरक्षा कानून लागू करने, मजदूरों को ऊंचाई भत्ता, हाउस रेंट, नाईट शिफ्ट भत्ता, ट्रांसपोर्टिंग भत्ता समेत कई मांगे शामिल थी. कामगार यूनियन और डीवीसी प्रबंधन के बीच 15 सूत्री मांगों को लेकर वार्ता हुई. जिसमें मजदूर यूनियन और डीवीसी के बीच कई मुद्दों पर सहमति हुई. वहीं कई मुद्दों पर विभागीय स्तर पर कार्यो का निबटारा करने को लेकर आश्वाशन मिला. वार्ता के बाद हड़ताल पर बैठे मजदूरों ने हड़ताल वापस ले लिया. वही यूनियन ने कहा कि डीवीसी वार्ता में बनी सहमति को शीघ्र लागू नही करती है तो यूनियन दुबारा हड़ताल पर जाने को बाध्य होगा.

कोडरमा में मजदूरों का हड़ताल

विनोद पासवान की अध्यक्षता में धरना स्थल पर सभा की गई सभा को संबोधित करते हुए जिप सदस्य महादेव राम ने कहा कि डीवीसी प्रबंधन एवं मेंटेनेंस ठेकेदार मिलकर मजदूरों के साथ दमन कर रही है मजदूरों का ग्रेच्युटी कट नहीं रहा है जिससे मजदूरों में असंतोष है. श्रम कानून के मुताबिक मजदूरों को ना छुट्टी मिलती है ना भत्ता मिलता है. अगर डीवीसी प्रबंधन मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार नहीं किया तो आंदोलन लंबा होगा. धरना को संबोधित करते हुए भाकपा जिला मंत्री प्रकाश रजक ने कहा कि डीवीसी प्रबंधन मजदूरों को न्यूनतम मजदूरी भी नहीं देता पे स्लिप भी जारी नहीं करता है. ठेकेदार जितना राशि से बिल निकलता है उतना राशि मजदूरों को नहीं मिलता है. धरना को संबोधित करते हुए उप प्रमुख वीरेंद्र यादव ने कहा कि मजदूरों का मांग जायज है डीवीसी प्रबंधन इनकी मांगों को मानकर हड़ताल समाप्त करावे. सभा को संबोधित करते हुए महेश प्रसाद सिंह ने कहा कि कॉल मिल मजदूरों के साथ डीवीसी प्रबंधन अन्याय कर रही है. उनके मजदूरों को गेट पास नहीं दे रही है जिससे मजदूरों में भारी आक्रोश है.

एटक नेत्री सोनिया देवी ने कहीं की केंद्र सरकार के मुखिया नरेंद्र मोदी मजदूरों का कानून धीरे-धीरे कमजोर कर रहा है. मजदूर नेता रंजीत भारती ने कहा कि भारत सरकार मजदूरों पर लगातार हमला कर रही है. छोटू यादव सहदेव साव सूरेश साव प्रदीप रजक ने कहा कि हम मजदूर यूनाइट नहीं है. डीवीसी प्रबंधन तथा मेंटेनेंस ठेकेदार हम लोगों के बीच एकता का बाधक बना हुआ है. सुरेंद्र राम दशरथ पासवान बहादुर यादव ने कहा कि डीवीसी प्लांट मजदूरों के साथ भेदभाव किया जाता है. सभा को महावीर यादव प्रशांत कुमार सिंह उदय भारती राजाराम रजक सुनील रजक कन्हाई यादव प्रदीप यादव ने भी संबोधित किया. 15 सदस्स प्रतिनिधिमंडल वार्ता के लिए डीवीसी कॉन्फ्रेंस हॉल गए डीवीसी के तरफ से मुख्य अभियंता सजल बनर्जी, डिप्टी कमांडेंट नीरज कुमार, असिस्टेंट कमांडेंट अरविंद कुमार, जयनगर अंचलाधिकारी हेमराज खालको, डीजीएम एसके लाल, इस्लाम अंसारी, एचआर अजहर अली, डिप्टी चीफ इंजीनियर नरेश साव तथा प्रतिनिधिमंडल में मुख्य रूप से महादेव राम प्रकाश रजक, वीरेंद्र यादव, महेश प्रसाद सिंह, विनोद पासवान, रंजीत भारती, छोटू यादव, सोनिया देवी, दशरथ पासवान, राजाराम रजक, सुनील रजक, आदि लोग मौजूद थे. समझौता सौहार्द वातावरण में हुआ कुछ मांगों को हेड क्वार्टर कोलकाता अग्रसारित करने का आश्वासन मिला तथा मोटरसाइकिल सेट 20 अक्टूबर से पहले कार्य आरंभ हो जाएगा. सभी मजदूरों को पे स्लिप मिलना सुनिश्चित हो गया ऊंचाई भत्ता हाउस रेंट देने का सहमति मिल गई. कई आईटीआई प्रशिक्षित युवकों को थर्मैक्स कंपनी मैं कंपनी में रोजगार देने की सहमति बन गई.

मृतक केदार पासवान के परिजन को इकरारनामा की गई राशि 800000 लाख एक माह के अंदर भुगतान करने का सहमति बन गई ग्रेच्युटी डीवीसी प्रबंधन अधिनियम के अनुसार देने के लिए बाध्य हो गया लेकिन इसके लिए डीवीसी में नीति बनना बाकी है. मजदूरों के लिए रेस्ट रूम निर्माण करने की सहमति बन गई. मजदूरों एवं ठेकेदारों के बीच उत्पन्न विवाद को सुलझाने के लिए कमेटी गठन करने का फैसला लिया गया. प्लांट परिसर में मेदांता मेडिको जैसा हॉस्पिटल बनने का प्रयास किया जा रहा है. कॉल मिल मजदूरों का फिर से वार्ता करने के लिए 23 सितंबर 2020 को अपराहन 3:00 बजे समय निर्धारित किया गया. कॉल मजदूरों का मांग है कि पूर्व में जो ठेकेदार वेतन देता था वह वेतन फिर से नया ठेकेदार भुगतान करें. आज के वार्ता में पे स्लिप नहीं था उसको मान लिया जिन मजदूरों को छटनी किया गया है उन सारे मजदूरों को पुनः रखने की सहमति बन गई.

Top