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छात्र-युवा राजनीति की पाठशाला से ककहरा सीख निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे देवेंद्र उर्फ मंटू

कोडरमा।। कोडरमा विधानसभा सीट कभी राजद का गढ़ के रूप में जाना जाता था। 90 के दशक के बाद कोडरमा लालटेन की रौशनी में अबरख नगरी सुख-दुःख को साथ लेकर रेंगते हुए आगे बढ़ता रहा। 2014 में राजद का किला ढह गया। राजद नेत्री अन्नपूर्णा देवी 2019 आते आते मोदी लहर पर सवार होकर भाजपा में शामिल होकर सांसद बन गयी। राजद का गढ़ वाला कोडरमा देखते देखते भाजपा का मजबूत गढ़ बन गया। 2014 के बाद से लगातार विपक्ष कमजोर होता गया। ऐसे में हर कोई भाजपा के साथ जुड़ते चले गए। भाजपा का संगठन आज भी किसी भी दूसरे राजनीतिक संगठन से ज्यादा सक्रिय और जमीनी स्तर पर मजबूत है। भाजपा ने एकबार फिर डॉ नीरा यादव पर भरोशा जताया है और चुनावी मैदान में रघुवर दास सरकार की स्थापना करने को लेकर मिशन 65 पार की नैया पार लगाने के लिए कोडरमा से मैदान में उतारा है।

भाजपा के ख़िलाफ़ निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे देवेंद्र कुमार

मूलतः बरकट्ठा विधानसभा क्षेत्र के रहने वाले देवेंद्र कुमार उर्फ मंटू का परवरिश महावीर मुहल्ला कोडरमा में हुआ है । छात्र जीवन मे वे वामपंथी छात्र संगठन एसएफआई से काफी समय तक जुड़े रहे। उसके बाद अभाविप संगठन को सींचा और अभाविप को खड़ा कर छात्र राजनीति में राइट विंग को कैंपस मे सक्रिय बनाया। ये छात्र संगठन के बाद भाजपा के युवा मोर्चा से जुड़े और संगठन में कई सालों तक कार्य किया। भाजपा में ओबीसी प्रकोष्ठ और लीगल प्रकोष्ठ में भी जिम्मेवारी दी गयी। पिछले चुनाव में भाजपा के लिए खूब पसीना बहाया। कभी नीरा यादव के खास करीबियों में इनका नाम शुमार था,लेकिन आज भाजपा के खिलाफ हो गए है।

निजी स्कूल संचालक भी है देवेंद्र

देवेंद्र अपना राधा कृष्ण मिशनरी स्कूल भी चलाते है। निजी स्कूल संचालक संगठन में बतौर जिलाध्यक्ष की जिम्मेवारी निभा रहे है। निजी स्कूल संचालक के तौर पर आरटीई कानून के तहत रघुवर सरकार द्वारा लाया गया अधिसूचना के कारण निजी स्कूल संचालक खुश नही है। निजी स्कूल संचालक के तौर पर इनलोगों की मांग रही है कि आरटीई कानून में जमीन, सिक्योरिटी मनी समेत कई प्रावधानों में ढिलाई बरती जाए। ताकि छोटे स्तर पर संचालित स्कूल बंद ना हो। चुकी कोडरमा से ही शिक्षा मंत्री है तो इनलोगों को भरोशा था कि आरटीई कानून में निजी स्कूल संचालकों को फौरन राहत मिल जाएगी। लेकिन ऐसा नही हुआ, तब निजी स्कूल संचालकों का एक धड़ा ने देवेंद्र को चुनावी मैदान में उतारने की तैयारी में जुट गए है।

चुनाव लड़ना लोकतांत्रिक अधिकार, मुद्दे के लिए लड़ेंगे चुनाव -देवेंद्र

देवेंद्र कुमार उर्फ मंटू ने बातचीत करते हुए कहा कि चुनाव लड़ना लोकतांत्रिक अधिकार है। कई मुद्दे है, जिसपर जनता को उम्मीद थी कि 5 साल में पूरे होंगे, लेकिन नही हुए। शिक्षा मंत्री कोडरमा से हीं थी, तो लोगों को आशा और विश्वाश था कि उनकी बात जरूर सरकार तक पहुंचेगी। लेकिन शिक्षा के मामले में शिक्षा मंत्री और सरकार ने सबका साथ-सबका विकास के नारे को आगे नही बढ़ा पाई। निर्दलीय चुनाव लड़ूंगा, परिणाम जो भी हो। जनता लोकतंत्र में निर्णायक होती है।

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