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कोडरमा में अवैध क्लीनिक और डायोग्नोस्टिक सेंटर पर की जाएगी कार्रवाई : डीसी रमेश घोलप

Koderma dc ramesh gholap to take strict actions against fake doctors and diagnostic centers

झोलाछाप चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई के लिए प्रखंड स्तरीय समिति को निर्देश

कोडरमा उपायुक्त रमेश घोलप की अध्यक्षता में जिले में अवैध रूप से डायग्नोस्टिक सेंटर और क्लिनिक चलाने वालों पर नियंत्रण के लिए पीसी एंड पीएनडीटी के तहत जिला स्तरीय सलाहकार समिति एवं क्लिनिकल स्टाब्लिसमेंट एक्ट के तहत जिला निबंधन प्रधिकार की बैठक आहूत की गयी. बैठक में उपायुक्त ने कहा कि किसी भी चिकित्सक को एक ही स्थान पर जांच केंद्र खोलने के लिए लायसेंस दिया जाएगा. अगर उन्होंने एक से अधिक जगह निबंधन के लिए आवेदन दिया है और मामला संज्ञान में आता है तो मामले को गंभीरता से लेते हुए उनपर विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी. सिविल सर्जन को उन्होंने निर्देश दिया कि यदि कोई भी क्लीनिक बगैर लायसेंस और निबंधन के संचालित करते हुए संज्ञान में आता है तो अविलंब न सिर्फ क्लीनिक को सील करें बल्कि उसके प्रबंधक और चिकित्सक पर भी प्राथमिकी दर्ज करें. उन्होंने कहा कि समय-समय पर जिले में कमिटी गठित कर गैरकानूनी रूप से चलने वाली क्लीनिक और जांच केंद्रों की छापामारी भी की जानी चाहिए.

कोडरमा डीसी रमेश घोलप

झोलाछाप डॉक्टरों पर कार्रवाई करें

उपायुक्त श्री घोलप ने झोलाछाप चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर प्रखंड स्तीय समिति को एक माह के अंदर प्रखंडों में संचालित सभी क्लीनिक व नर्सिंग होम की विस्तृत जांच करते हुए जांच प्रतिवेदन देने का निदेश सिविल सर्जन को दिया गया ताकि झोलाछाप चिकित्सकों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जा सके. इस संबंध में पूर्व में भी उपायुक्त के द्वारा टीम गठित करते हुए जांच करने का निर्देश दिया गया था लेकिन मामले को गंभीरता से नही लिया गया जिस पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त की. बैठक में समिति के सदस्य जो अनुपस्थित पाए गए उनको हटाकर दूसरे सदस्यों को नामित करने का निदेस उपायुक्त ने दिया.

बैठक में लिए गए निर्णय

उपायुक्त की अध्यक्षता वाली समिति के द्वारा पल्स डायग्नोस्टिक अल्ट्रासाउंड के आवेदनों पर जांच करते हुए निबंधन जारी करने का निर्णय लिया गया. माता डायग्नोस्टिक के निबंधन प्रक्रिया पर उपायुक्त द्वारा आवेदन की पूरी जांच के बाद अगली बैठक में विचार लेने हेतु सिविल सर्जन को निर्देशित किया गया. साथ ही मैक्स डायग्नोस्टिक को स्थल परिवर्तन करने के लिए अनुमोदित किया गया. ओम साईं अल्ट्रासाउंड एवं लाइफ लाइन अल्ट्रासाउंड सेंटर को सशर्त के साथ निबंधन नवीकरण करने का निर्णय लिया गया। जिला सलाहकार समिति के द्वारा सामाजिक संस्था के प्रतिनिधि को बदलने और जे.पी.अस्पताल के द्वारा दिये गये स्पष्टीकरण पर स्पष्ट मतंव्य के साथ संचिका अग्रेसित करने के लिए सिविल सर्जन कोडरमा को निर्देश दिया गया. उपायुक्त ने संजीवनी क्लीनिक व नेहा क्लिनिक पारसबाद, राज क्लीनिक नावाडीह और रोनित मेडिकल नवलशाही पर अबतक की गयी कार्रवाई की जानकारी लिये.

बैठक में पुलिस अधीक्षक डॉ.एहतेशाम वकारिब, उप विकास आयुक्त आर रॉनिटा, सिविल सर्जन पार्वती कुमारी नाग, उपाधीक्षक डॉ रंजन, जिला सर्विलांस पदाधिकारी डॉ मनोज, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी शिवनंदन बड़ाईक, विनित अग्निहोत्री, पवन कुमार व अन्य मौजूद थे.  

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