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174 मजदूर पहली बार स्पेशल फ्लाइट से पहुंचे झारखंड,11 कोडरमा के,चाय बेचने वाला परिवार भी शामिल

रांची/कोडरमा।

लॉकडाउन में आपने मजदूरों को पैदल, ट्रक से लटकते हुए या फिर बस, ट्रेन से घर जाते हुए देखा होगा। लेकिन पहली बार मजदूरों की घर वापसी फ्लाइट से हो रही है। मुंबई से 174 मजदूरों को लेकर श्रमिक स्पेशल फ्लाइट सुबह 6 बजे उड़ान भरी थी, जो झारखंड की धरती पर बिरसा मुंडा एयरपोर्ट रांची में करीब 8:30 बजे लैंड की। बतादें की 180 मजदूरों को स्पेशल फ्लाइट से झारखंड सरकार की पहल पर आना था, लेकिन 6 मजदूर अनफिट होने के कारण यात्रा नही कर सकें।

12 जिलों के प्रवासी पहुंचे

मुम्बई से झारखंड लौटे 174 मजदूरों में सबसे ज्यादा हजारीबाग के 41 मजदूर हैं, जबकि रांची के 16, कोडरमा के 11, देवघर के 10, धनबाद के 09, जामताड़ा के 02, बोकारो के 05, गोड्डा के 01, गढवा के 02 , सिमडेगा के 28, चतरा के 05 और पलामू के 09 मजदूर शामिल हैं। रांची एयरपोर्ट पहुंचे इन मजदूरों को खाना-पीना देकर प्रशासन ने बस से संबंधित जिले के लिए रवाना किया।

मुंबई में चाय बेचकर गुजारा करने वाले कोडरमा का एक परिवार भी पहुंचा

मुंबई से रांची पहुंची स्पेशल फ्लाइट में कोडरमा जिले के 11 लोग भी शामिल थे। झारखंड पहुंचने पर प्रवासी मजदूरों के चेहरे पर मुस्कान देखा गया। फ्लाइट से पहली बार सफ़र करने का एहसास को समेटे प्रवासी मजदूरों ने बताया कि अपने पैसों से भी फ्लाइट से आने की उम्मीद नही की थी। सपना जरूर देखा करते थे कि कभी फ्लाइट से उड़ान भर सपना को हक़ीक़त बनाएंगे। झारखंड सरकार के पहल के बाद प्रवासी मजदूरों को लेकर पहली फ्लाइट से 174 लोगों को वापस लाया गया। इनमें 11 लोग कोडरमा जिले के है। इन्ही में से एक परिवार ऐसा है,जो मुम्बई में चाय बेचकर अपना जीविकोपार्जन करते थे। लेकिन कोरोना महामारी में जीविकोपार्जन खत्म हो गया। जिसके कारण घर लौटने के लिए आवेदन किया और सरकार के प्रयास से फ्लाइट के जरिये झारखंड पहुंचे।

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