कम्युनिस्ट पार्टी के 100 वर्ष: गौरवपूर्ण संघर्षों और योगदानों के सौ वर्ष Jharkhand Koderma Koderma live by Ravi - October 11, 2020October 11, 20200 मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की झारखंड राज्य कमिटी की ओर से कम्युनिस्ट पार्टी की स्थापना की शताब्दी समारोह को ऑनलाइन संबोधित करते हुए पूर्व महासचिव और पोलिट ब्यूरो सदस्य प्रकाश कारात का व्याख्यान जिले के दर्जनों पार्टी कार्यकर्ता और समर्थकों ने लैपटॉप और ऐंड्रॉयड स्मार्टफोन पर लाइव देखा. अपने व्याख्यान में सीपीएम पोलिट ब्यूरो सदस्य प्रकाश करात ने कहा कि भारत मे कम्युनिस्ट पार्टी के गठन के बाद गुजरी शताब्दी, आधुनिक भारत के इतिहास का एक गौरवपूर्ण अध्याय है. कम्युनिस्ट पार्टी के सौ बरसों का दौर जबर्दस्त संघर्षों का,आजादी की लड़ाई के दौरान और आगे चलकर आजादी के बाद भी, अनगिनत क्रांतिकारियों की जबर्दस्त कुर्बानियों का और जनता के मुद्दों को राष्ट्रीय एजेंडे पर लाने मे उनके उल्लेखनीय योगदानों का दौर है. अपनी स्थापना के समय से ही कम्युनिस्ट समसामयिक, विकासशील घटना विकास का वैज्ञानिक भौतिकवादी विश्लेषण लाए थे और जनता की जीवन दशा और स्वतंत्र भारत के राजनीतिक ढाचों, दोनों मे सुधार के लिए आवश्यक समाधान प्रस्तुत कर रहे थे. ये समाधान एक ऐसे धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक, गणराज्य की संकल्पना पर आधारित थे, जो अंततः हमारी समूची जनता की आर्थिक मुक्ति मे तब्दील करने की दिशा में ले जाती हैं, जो कि समाजवाद के अंतर्गत ही संभव होगा. उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में कम्युनिस्ट पार्टी की भूमिका का जिक्र करते हुए इस बात को रेखांकित किया कि ब्रिटिश साम्राज्यवादी अपने खिलाफ कम्युनिस्टों को एक बड़ा खतरा मानते थे. उन्होंने कहा कि आज जो लोग सत्ता में है वे आजादी के संघर्ष मे ब्रिटिश सरकार का समर्थन कर रहे थे. उन्होंने कम्युनिस्ट आंदोलन की विरासत को आगे बढ़ाने और आज की चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए लोकतंत्र और संविधान की हिफाजत की लड़ाई को तेज करने के साथ-साथ नव उदारीकरण की विनाशकारी नीतियों के खिलाफ तमाम देशभक्त, जनतांत्रिक और सेकुलर शक्तियों को एकत्रित कर लगातार संघर्षों की श्रंखला को आगे बढ़ाने का आह्वान किया. माकपा राज्य सचिवमंडल सदस्य ने बताया कि राज्यभर में सैकड़ों जगहों पर हजारों पार्टी कार्यकर्ता ऑनलाइन समारोह में शामिल हुए और संकल्प लिया कि देश के लिए जो कुर्बानी कम्युनिस्ट पार्टी ने दिया है. उससे प्रेरणा लेकर सरकार की जनविरोधी नीतियों और जनसवालो पर संघर्ष तेज किया जायेगा.